भारतीय अरबपति गौतम अडानी के नेटवर्थ में भारी गिरावट, शेयरों में भूचाल आ गया है अमेरिकी रिसर्च फॉर्म हिंडनबर्ग (hindenburg report )की रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद अडानी ग्रुप की कंपनी में खलबली मच गई ,रिपोर्ट ने अडानी के साम्राज्य की नींव को हिला कर रख दिया ,हर एक दिन गौतम अडानी के नेटवर्थ में गिरावट लेकर आ रही है ,अडानी के साम्राज्य में बड़ी उठल पुथल मची हुई है ,पहले अडानी ग्रुप के चेयरमैन टॉप -10 के अरबपतियों की लिस्ट से बहार होकर एशिया के सबसे आमिर आदमी भी नहीं रहे थे ,वही अब वो टॉप – 20 से भी बाहर हो गए है ,एशिया के सबसे आमिर आदिमी की लिस्ट में अडानी के जगह अब मुकेश अंबानी Asia’s Richest pertion बन गए है।
2022 में लगातार बेस्ट परपॉर्मेन्स-
बीते साल 2022 में लगातार कमाई करने वाले सख्श रहे थे ,दुनिया के तमाम अरबपतियो को पछाड़ कर ताबड़तोड़ कमाई कर रहे थे लेकिन 2023 उनके लिए बेहत उतर चढ़ाव वाला साबित हो रहा है आये दिन उनको कोई न कोई झटका लगता रहता है। नए साल 2023 में सब कुछ ठीक चल रहा था ,अमेरिकी रिसर्च फॉर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आते ही अडानी के साम्राज्य को हिला कर रख दिया 24 जनवरी को पब्लिस हुई ये रिपोर्ट अडानी की नेटवर्थ से करीब 48 अरब डॉलर साफ हो गए है और वे टॉप-10 अरबपतियों के लिस्ट से बाहर हो गए है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक अडानी की कम्पनी की बढ़िया प्रदर्शन से और शेयरों के रफ़्तार से उनकी नेटवर्थ में इजाफा होता गया और साल 2022 के आखिरी तक गौतम अडानी टॉप-10 अरबपतियो के लिस्ट में no. 2 पर आ गए। no. 2 के स्थान पाए वो ज्यादा दिन नहीं रुक सके लेकिन न. 3 और 4 पर अमीरों में कायम रहकर अपना दबदबा बनाये रहे।
अडानी को क्यों वापस लेना पड़ा अपना 20 हजार करोड़ का FPO-
अडानी को अपना 20 हजार करोड़ का PFO वापस लेना पड़ा क्योकि उनके शयेर मार्किट में लगातार गिरावट आ रही ,1 फरवरी 2023 को बजट आने के बाद शेयर मार्किट में बहुत उतार चढाव देखने को मिला, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जैसे ही टैक्स में छुट का एलन किया मार्किट के दोनों इंडेक्स सेंसेक्स – निफ्टी में तेज उछाल आया। फॉलो -ऑन -पब्लिक ऑफर (FPO ) को सेकेंडरी ऑफरिंग के में जाना जाता है ,यह एक ऐसा प्रोसेस है ,जिसके तहत स्टॉक एक्सचेन्जो में लिस्ट कंपनी मौजूदा शेयरधारकों के साथ साथ नए निवेशकों को नए शेयर जारी करती है।
अडानी के साथ उनके निवेश अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर मार्किट में गुरुवार को भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई।अडानी ग्रुप ने अपनाई फ्लैगशिप कम्पनी अडानी एंटरप्राइजेज के 20 हजार करोड़ रुपये FPO को बुधवार को वापस लेलिया। अडानी ने खुद आगे आकर अपने निवेशको को FPO वापस ले की वजह बताई ,फुल सब्सक्राइबर के बाद भी वो FPO को वापस किया जा रहा है।
FPO 27 जनवरी को सब्सक्रइब के लिए खोला गया और 31 जनवरी तक फुल होकर क्लोज हुआ था। अडानी ने खा की शेयर मार्किट में उतार चढाव देखते हुए ये फैसल लिया गया की कम्पनी का उद्देश्य अपने अपने निवेशकों के हितो की रक्षा करना है इसलिए हम FPO से प्राप्त रकम को हम वापस कर रहे है और इससे जुड़े लेनदेन को ख़त्म कर रहे है।
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा की मै एक बिजनेस मैन के 4 दशकों से अधिक रहा ,मुझे अपनी विनम्र यात्रा में मुझे सभी हितधारकों विशेष रूप से निवेशक समुदाय से समर्थन मिला है। निवेशकों के साथ और विश्वास से ही मै जहा हु वहा पहुंच पाया हु ,मैंने जो कुछ भी आज थोड़ा बहुत हासिल किया हु ,उनके ही भरोसे और विश्वास के कारण है। मैं अपनी सफलता के सारा श्रेय उन्ही को देता हु।
अडानी के शेयरों में लगातार गिरावट –
अडानी ग्रुप की सीमेंट कम्पनी के शयेरो की बात करे तो अम्बुजा सीमेंट और एसीसी के शेयर मार्किट में तेजी बानी हुई है वही अडानी ट्रांसमिशन 4. 67 प्रतिसत गिरकर 1,630. 25 रुपये पर आ गया , अडानी ग्रीन 7. 8 फीसदी की गिरावट के साथ 1,081 ,10 रूपये पर आ गया है। अडानी के अन्य शेयरो -अडानी टोटल गैस , अडानी ट्रांसमिशन ,अडानी विल्मर और अडानी पावर में गिरावट देखने को मिल रहा है। अडानी ग्रुप के स्टॉक मार्किट में लिस्टेड सातों कंपनियों के शेयरों में जो गिरावट आई है उसके चलते अडानी ग्रुप की कम्पनी के कुल मार्किट कैंप में सिर्फ छाए दिनो में ही करीब 7 लाख करोड़ घट गया है।
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