विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान और भारत के संबंधो का मूलभूत मुद्दा आतंकवाद बताया। एस जयशंकर पुणे में विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित आर्थिक संवाद पर बोल रहे थे। पाकिस्तान जिस संकट से गुजर रहा है भारत की उसको मदद की बहुत आवश्यकता है , एस जयशंकर ने कहा की पाकिस्तान का बुनियादी उद्योग ही आतंकवाद है इस लिए वो अपनी समस्याओं से बाहर नहीं निकल सकता।
विदेश मंत्री ने पाकिस्तान का बिना नाम लिए साधा निशाना –
पुणे में विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित एशिया आर्थिक संवाद में भारत के विदेश एस जयशंकर ने पाकिस्तान पर अपनी राय व्यक्त किया ,उन्होंने बिना नाम लिए पाकिस्तान को कहा की जिस देश का स्तम्भ ही आतंकवाद से बना हो वो अपनी समस्याओं से कभी बाहर नहीं निकल सकता और ना ही वो देश कभी समृद्ध हो सकता है ,उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश पाकिस्तान और भारत का मूलभूत मुद्दा आतंकवाद है , जिससे कोई नहीं बच सकता है, उन्होंने कहा की हम मूलभूत समस्याओं से इंकार नहीं कर सकते है। कोई भी देश किसी मुसीबत में तबतक बहार नहीं निकल सकता है जबतक वो समृद्ध नहीं बन सकता।
जयशंकर ने कहा, पहले जनभावना –
क्या कंगाल पाकिस्तान की मदद करेगा भारत ? पूछने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा की मुझे कोई भी देश के लिए बड़ा फैसला लेना होगा तो मई सबसे पहले जनता की राय देखूंगा उनकी भावना को समझूंगा ,उनके नब्ज टटोलुंगा और लोग इस बारे में क्या सोचते है देखकर कोई फैसला लूंगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान की मदद करनी है या नहीं इसका फैसला जनभावनाओं से देखकर करेंगे। आज हमारी छबि ऐसी है की देश की सुरक्षा के लिए सब कुछ करने को तैयार है। हर देश की अपनी चुनौतिया है और कोई चुनौती राष्ट्रीय सुरक्षा से बड़ी नहीं हो सकती। हमारा देश संयम बनाये रखने वाला देश हैं।
फारूक अब्दुला: हम पाकिस्तान की मदद क्यों नहीं कर सकते ?-
जम्मू – कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वर्तमान अध्यक्ष और सांसद डॉ. फारूक अब्दुला ने पाकिस्तानी की बदहाली पर बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान को हम अपना दुसमन क्यों मानते है ,जबकि चीन हमारे सरहद के अंदर घुस कर बैठा है और हम उससे बात कर रहे है, लेकिन हम पाकिस्तान से बात नहीं कर रहे है जबकि वो बात करने के लिए तैयार भी है।
विपक्ष पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि उनको लगता है की मजहब की जंग लड़ कर चुनाव जीत लेंगे , गलत है ये इससे कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा तुर्की के मदद के लिए हम सबसे पहले पहुँच गए लेकिन हम पड़ोसी देश पाकिस्तान की मदद क्यों नहीं कर पा रहे।
RSS नेता का बेतुका बयान –
दिल्ली में आयोजित फिल्म प्रोड्यूसर इकबाल दुरानी द्वारा सामवेद के फ़ारसी अनुवाद के सम्मेलन के विशेष सत्र में आरएसएस के एक कार्यकर्ता डॉ. कृष्ण गोपाल ने भारत को नसीहत देते हुए कहा की भारत को पाकिस्तान में गेहूं भेज देना चाहिए ,पडोसी देश पाकिस्तान के बिना मांगे ही 10-20 लाख टन भेज देना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान के इस हाल पर अपनी चिंता व्यक्त की और कहा कि भारत सरकार को भी पडोसी होने का फर्ज निभाना चाहिए।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने क्या कहा –
आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान की मदद करने के लिए कोई भी देश आगे नहीं आ रहा हैं इसी बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने एक समारोह के दौरान बड़ा बयान दिया ,रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान दिवालिया हो चुका है ,हम दिवालिया हो चुके देश में रह रहे है , हमें IMF भी मदद नहीं कर सकता ,बता दे की पाकिस्तान दिवालिया होने से बचने के लिए IMF से लोन मांग रहा था। पर अब वो भी पाकिस्तान की मदद नहीं कर रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा की इससे निकलने का रास्ता हमें ही ढूढना होगा ,हमें अपने पैरों पर खड़ा होना होगा, उन्होंने कहा कि देश की इस हालत का जिम्मेदार नेता और नौकरशाही है।
शहबाज शरीफ का बयान –
इस्लामी मुल्क पाकिस्तान की हालत कितनी खराब है इसका अंदाजा वहां के प्रधानमंत्री के बयान से लगाया जा सकता है ,उन्होंने देश के आर्थिक स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि पाकिस्तान एक एटमी ताकत रखने वाला मुल्क है और अगर ऐसे में हमे हर बार हर जगह जाकर भीख मांगना पड़े तो इससे ज्यादा शर्मनाक क्या होगा।