नित्यानंद कौन है जिसने अपना देश ‘कैलासा’ बनाया , क्या कोई भी बना सकता है अपना देश?

नित्यानंद भारत से 2019 में भाग गया और अपना एक अलग देश बनाने का दावा किया था , अभी हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की एक सभा में कैलासा की एक प्रतिनिधि पहुँच गई जिससे नित्यानंद का काल्पनिक देश आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है.उसने अपना एक अलग देश कैलासा होने का दावा किया।

कौन है नित्यानंद जिसने बनाया एक अलग देश –

दुष्कर्म के आरोपों के बाद देश छोड़कर भाग जाने वाला ‘स्वंयभू बाबा ‘ नित्यानंद अब एक नए देश का मालिक बन गया है नित्यानंद तमिलनाडु ने 1 जनवरी 1978 पैदा हुआ उसके पिता कानाम अरुणाचलम और माँ का लोकनायकी है। नित्यानंद 12 साल के उम्र रामकृष्ण मठ में शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी। उसने मैकेनिकल इंजीयरिंग तक की पढ़ाई की। नित्यानंद ने 1 जनवरी 2003 को अपना पहला आश्रम बेंगलुरु के पास बिदादी में खोला उसके बाद उसने कई आश्रम खोले।

नित्यानंद पर धोखाधड़ी और अश्लीलता का मामला 2010 में दर्ज किया गया जब उसकी सेक्स की सीडी लीक हो गई थी फिर इस मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन कुछ दिन बाद ही जमानत पर छूट भी गया फिर 2012 में नित्यानंद पर दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ इसके बाद उसपर अपहरण और बंदी बनाने कामामला नवम्बर 2019 में दर्ज किया गया। फिर वो देश छोड़कर भाग गया बहुत ढूढ़ने पर नहीं मिला तो भारत से उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया है।

 

क्या कोई भी अपना देश बना सकता है ?

अपना देश बनाने के लिए इंटरनेशनल लॉ की कई शर्तो को पूरी करनी पड़ती है ,और अगर थोड़ी सी भी असमंजस है तो जिस जमीन पर आप अपना देश बना रहे है उसको मान्यता नहीं दी जाएगी ,कोई भी का निर्माण करने के लिए एक सीमा तय की जाती है अहम शर्त है देश की सीमा को तय होना ,कोई भी कहां से शुरू होगा और कहा ख़त्म होगा ये पक्का होना चाहिए।

दूसरी बात हैं यूनाटेड नेशन से मान्यता मिलना , आपके देश का कोई भी उठाना हो तो संयुक्त राष्ट्र तक अपनी बात पहुंचना बड़ी चीज है ,यूनाटेड नेशन्स के मान्यता के बीना भी देश बनाया जा सकता लेकिन बहुत मुश्किलें होती है, मान्यता के लिए वहा के सेक्रेटरी को अपने उद्देश्य के लिए चिट्ठी लिखनी पड़ती ,इसके बाद UN चार्टर में अपना मुद्दा उठाएगा और आपको साबित करना है की आप अलग देश हो, और अपने अलग देश होने दे दुनिया कोई खतरा नहीं है बल्कि फ़ायदा हो।

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