ईडी ने तिहाड़ जेल में मनीष सिसोदिया से फिर की पूछताछ

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से दूसरी बार तिहाड़ जेल में दिल्ली आबकारी नीति की अनियमितताओं में उनकी भूमिका और लिंक के बारे में पूछताछ की, जिसमें आम आदमी पार्टी को कथित रूप से ₹100 करोड़ की रिश्वत दी गई थी।

 

Manish Sisodia

गौरतलब है कि ईडी ने इससे पहले पहली बार 7 मार्च को 51 वर्षीय पूर्व डिप्टी सीएम से लगभग 5 घंटे तक सवाल-जवाब किया था। बता दें कि 26 फरवरी को सीबीआई द्वारा दिल्ली की आबकारी नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में गिरफ्तार किए जाने के बाद सिसोदिया फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

अधिकारियों ने कहा 

अधिकारियों ने कहा कि उनसे पूछताछ शुक्रवार को भी जारी रह सकती है। नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, ‘फिलहाल हम बड़ी साजिश और पैसे के लेन-देन पर फोकस कर रहे हैं।’ सिसोदिया को सीबीआई ने 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को उन्हें 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।

Enforcement Directorate - Wikipedia

 

ईडी को जेल के सेल नंबर-1 में सिसोदिया से पूछताछ करने के लिए स्थानीय अदालत ने अनुमति दी है। उम्मीद की जा रही है कि एजेंसी उनके पास मौजूद सेलफोन को कथित रूप से बदलने और दिल्ली के आबकारी मंत्री के रूप में उनके द्वारा अपनाए गए नीतिगत फैसलों और समय-सीमा के बारे में पूछताछ करेगी। ये आरोप एजेंसी द्वारा अदालत के समक्ष दायर चार्जशीट में लगाए गए थे , ईडी ने इस मामले में मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज किया है।

मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी कविता  का बयान 

इस बीच, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी कविता, जिन्हें गुरुवार को ईडी के सामने पेश होना था, ने कहा कि वह 11 मार्च को एजेंसी के सामने पेश होंगी। घटनाक्रम से परिचित लोगों ने कहा कि उन्होंने उनका अनुरोध स्वीकार कर लिया है। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी कविता गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में उतरीं।उन्होंने लिखा, “मैं 11 मार्च, 2023 को नई दिल्ली में ईडी के सामने पेश होऊंगी।”

File:Kalvakuntla-Kavitha-picture.jpg - Wikimedia Commons

इस हफ्ते की शुरुआत में उन्होंने कहा कि वह जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग करेंगी लेकिन महिला आरक्षण विधेयक के समर्थन में दिल्ली में 10 मार्च को प्रस्तावित धरने के मद्देनजर अपने बयान की तारीख पर कानूनी राय लेंगी। कविता ने कहा, डराने-धमकाने के ये हथकंडे और बीआरएस उन्हें अपने पिता और मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के खिलाफ लड़ने से नहीं रोक पाएंगे।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *