अमृतपाल सिंह का जन्म साल 1993 में जल्लूपुर खेड़ा ,जिला अमृतसर में हुआ था ,उसके पिता का नाम तरसेम सिंह है अमृतपाल साल 2012 में 19 साल की उम्र में काम दुबई चला गया ,वह वहां 10 साल रहा यानी 2012 से 2022 तक उस समय उसके सिर पर ना तो कोई केश था और ना कोई दाढ़ी , जब वो 2022 में भारत लौटा तो उस दौरान किसान आंदोलन में दीप सिद्धू के साथ दिल्ली बॉर्डर पर आया था , और बड़े -बड़े कार्यक्रम किया और दीप सिद्धू की संस्था वारिस पंजाब दे का प्रमुख बन गया , और पंजाब में धार्मिक यात्रा भी चलाया और ग्रामीण युवकों की खालिस्तानी के नाम पर जोड़ने लगा।
साल 2022 में अभिनेता दीप सिद्धू की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी ,जिसके बाद अमृतपाल सिंह ने संगठन की कमान संभाली।
वारिस पंजाब दे संगठन के चीफ अमृतपाल सिंह को लेकर बड़े खुलासे –
1. अमृतपाल दुबई में रहकर ही ISI के सम्पर्क में आया झा पहले से कई पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंट रहते है और भारत आने से पहले जार्जिया में ट्रेनिंग ली थी।
2 . पंजाब में आतंकवाद को अमृतपाल सिंह फिर से जीवित करना चाहता इसके लिए उसने सुनियोजित योजना बनाई।
3 . दुबई में ही अमृतपाल सिंह को ISI ने फंडिंग दी उसके बाद वो भारत लौटा और पाकिस्तान के समर्थन में खालिस्तानी मूमेंट चलाने लगा। ड्रोन के द्वारा ISI ने सप्लाई भी की गई।
4 . पाकिस्तान भारत से युद्ध में कई बार हार चुका है और अभी वो आर्थिक तंगी से भी जूझ रहा है ,जिससे जम्मू – कश्मीर और पंजाब में अपनी साजिश रचता रहा है और इसके लिए इस बार अमृतपाल को भारत के खिलाफ हथियार बनाया है।
अमृतपाल की तलाश में जुटी पुलिस –
पंजाब पुलिस अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ लगातार एक्शन में नजर आ रही है। अभी तक 113 समर्थकों और करीबियों को गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन अभी तक पुलिस अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार नहीं कर सकी है , अभी वो फरार हो गया है लेकिन पंजाब पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई है।