रामलीला मैदान में संयुक्त किसान मोर्चा का आज प्रदर्शन, ट्रैफिक एडवाइजरी जारी
दिल्ली के रामलीला मैदान में आज संयुक्त किसान मोर्चा महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इस महापंचायत में देशभर से बड़ी तादाद में किसानों के जुटने की संभावना है। संयुक्त किसान मोर्चा को मिली पुलिस अनुमति के अनुसार आज सुबह 10 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक हजारों किसान रामलीला मैदान में महापंचायत करेंगे। दिल्ली पुलिस ने किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। 2 हजार पुलिस के जवान रामलीला मैदान में तैनात किए हैं तांकि प्रदर्शन के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी ना हो।
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 3 साल बाद आज दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान फिर जुटने जा रहे हैं। सुबह 10 बजे से दोपहर साढ़े तीन बजे तक हजारों किसान रामलीला मैदान में महापंचायत करेंगे। जिसके जरिए केन्द्र को घेरने की तैयारी है।इस महापंचायत के लिए 11 राज्यों से ऑल इंडिया किसान मजदूर सभा के करीब 20 हजार सदस्य रामलीला मैदान पहुंचने वाले हैं जहां अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर किसान महापंचायत करेंगे। किसान महापंचायत को देखते हुए दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है। दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिकल बलों की करीब 25 कंपनियां तैनात की गई हैं तो वहीं ट्रैफिक एडवायजरी भी जारी की गई है।
क्यों है किसानों की महापंचायत?
संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी की मांग के साथ-साथ किसानों की समस्याओं को लेकर यह महापंचायत आयोजित की जा रही है। किसान मोर्चा के नेता दर्शन पाल ने कहा, ”केंद्र सरकार ने 9 दिसंबर 2021 को हमें लिखित में दिए गए आश्वासनों को पूरा करना चाहिए और किसानों के सामने लगातार बढ़ते संकट को कम करने के लिए प्रभावी कदम उठाना चाहिए।” एसकेएम ने केंद्र की ओर से बनाई एमयसपी पर समिति को भंग करने की एसकेएम ने केंद्र की ओर से बनाई एमयसपी पर समिति को भंग करने की भी अपील की है।
बात दें कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार सभी फसलों पर सी 2 +50 प्रतिशत के फार्मूला के आधार पर एमएसपी पर खरीद की गारंटी के लिए कानून लाया और लागू किया जाए।यसकेएम का कहना है कि कृषि में बढ़ती लागत और फसल के लिए लाभकारी मूल्य न मिलने के कारण 80% से अधिक किसान कर्ज में डूब चुके हैं और आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं। ऐसी स्थिति में, संयुक्त किसान मोर्चा सभी किसानों के लिए कर्ज मुक्ति और उर्वरकों सहित लागत कीमतों में कमी की मांग करता है।
क्या है किसानों की 10 सूत्री मांग
1. MSP की कानूनी गारंटी के लिए नई समिति
2. उर्वरकों और फसलों पर लागत में कमी की मांग
3. स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश पर एमयसपी
4. कृषि के लिए मुफ्त बिजली दी जाए
5. लखीमपुर खीरी कांड में एक्शन हो
6. आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवार को मुआवजा
7. किसानों और खेत-मजदूरों के लिए किसान पेंशन योजना
8. आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज केस वापस लिए जाएं
9. सभी फसलों के लिए फसल बीमा और मुआवजा पैकेज
10. सिंघु बॉर्डर पर जान गंवाने वाले किसानों के स्मारक के लिए जमीन
ट्रैफिक एडवाइजरी
दिल्ली पुलिस द्वारा जारी ट्रैफिक एडवाइजरी के मुताबिक, करीब 15 से 20 हजार लोग महापंचायत में शिरकत कर सकते हैं। रविवार रात से ही लोगों का पहुंचना शुरू हो गया है। यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आम लोगों और वाहन चालकों को सलाह दी गई है कि वे रामलीला मैदान के आसपास की सड़कों, खासतौर पर जेएलएन मार्ग से दिल्ली गेट से अजमेरी गेट चौक तक जाने से बचें।