भारतीय जनता पार्टी को 2024 लोकसभा चुनाव में जितने से रोकने के लिए विपक्षी दल ने पूरी कमर कस ली है। बीजेपी जहा यूपी की 80 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य रखी है ,तो वही समाजवादी पार्टी बीजेपी को 80 सीटों पर हराने का दावा कर रही है। दोनों के दावे में कितनी सच्चाई है ये तो 2024 लोकसभा चुनाव के बाद परिणाम आने के बाद ही साबित होगा। बीजेपी की सबसे बड़ी ताकत है धर्म के आधार पर धुर्वीकरण नहीं करना ,बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राष्ट्रवादी नीतियां ,पारदर्शी कार्यशैली और संविधान के अनुरूप सबको आगे बढ़ने का समान अवसर प्रदान करना है।
भारतीय जनता पार्टी से मुलमानों का जुड़ाव भी और होने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगुवाई में पारदर्शी सरकार दे रही है। बीजेपी से अभी तक जो मुसलमान दुरी बनाये हुए थे अब वो भी जुड़ने लगे है।
मोदी सरकार में बिना भेदभाव किये सभी वर्ग को समान भाव से आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है। इसके उदाहरण है शाह रासिद अहमद कादरी बता दे कि इन्हे हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित किया गया है ,जिसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उनको पद्मश्री पुरस्कार का बीजेपी की सरकार में उम्मीद ही नहीं थी ,लेकिन अब शाह रासिद अहमद कादरी ने साफ -साफ कह दिया है की मोदी सरकार किसी भी समुदाय में भेदभाव नहीं करती। सरकार की नीतियों और योजनाओं में समुदाय के सभी वर्ग , हिन्दू – मुसलमान सभी शामिल है।
वही बात करे हिन्दू समुदाय की तो भाजपा के हमदर्द आयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण जनवरी महीने तक में पूरी होने की सम्भवनाए है विपक्ष को सत्ताधारी दल की इस रणनीति को नजरअंदाज करने की भूल नहीं करनी चाहिए।