भारत में भी अब पानी के अंदर से मेट्रो ट्रेन चलेगी , अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन के प्रोजेक्ट पर कार्य बहुत तेजी से हो रहा है। कल यानि 9 अप्रैल को इसकी टेस्टिंग की जाएगी, मेट्रो ट्रेन हुगली नदी में बने टनल से होकर गुजरेगी। आइये जानते है कि इस मेट्रो में क्या कुछ होगा खास।
अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन की खासियत –
भारत में भी अब लंदन और पेरिस जैसे मेट्रो ट्रेन पानी के अंदर भी दौड़ेगी। अब भारत में भी पहले अंडरवाटर ट्रेन की शुरुवात होने जा रही है। कोलकता ईस्ट – वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत दो छह कोच वाली ट्रेन को ट्रायल के लिए तैयार किया गया है ,दो छह कोच वाली इन मेट्रो ट्रेन एस्प्लेनेड और हावड़ा मैदान के बीच 4.8 किलोमीटर की दूरी पर ट्रायल रन करेगी. साल्ट लेक में हावड़ा मैदान और सेक्टर वी को जोड़ने वाला ईस्ट वेस्ट मेट्रो काॅरिडोर सेक्टर वी स्टेशन और सियालदह के बीच कम दूरी के लिए चालू है.9 अप्रैल को टेस्टिंग की जाएगी।
लंदन और पेरिस को जोड़ने वाली यूरोस्टार मेट्रो ट्रेन की तरह ही भारत कि ये अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन होगी।यह अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन हुंगली नदी के तल से 13 मीटर नीचे होकर गुजरेगी ,जिससे लाखों यात्रियों को यात्रा करने में बहुत आसानी हो जाएगी। हालांकि अभी मेट्रो ट्रेन का कार्य पूरा नहीं हुआ है अस्थाई ट्रैक को बिछाकर ट्रायल के लिए तैयार किया गया है।
कितने लागत में तैयार होगा मेट्रो स्टेशन –
अभी तक का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन नई दिल्ली के हौजखास का जिसकी गहराई 29 मीटर तक गहरा है और उससे भी ज्यादा गहरा 33 मीटर तक गहरा मेट्रो स्टेशन हावड़ा स्टेशन को बनाया जायेगा , सुरंग को बनाने में प्रति किलोमीटर 120 करोड़ रुपये तक का खर्च बताया जा रहा है.