Asad Ahmed Encounter : उमेश पाल हत्याकांड में खुलासा , बरेली जेल से अशरफ देता था निर्देश

उमेश पाल हत्याकांड में एक बड़ा खुलासा हुआ है अतीक और अशरफ से पूछताछ में पता चला है कि उमेश पाल की हत्या का साजिश बरेली जेल में रची गई थी ,अतीक के कहने पर असद अपने चाचा से मिलने बरेली जेल 11 फरवरी 2023 को गया था जहा उन दोनों की मुलाकात दो घंटे से अधिक समय तक चली थी।
बता दे कि उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी असद अहमद 48 दिन से फरार चल रहा था लेकिन गुरुवार (13 अप्रैल ) यूपी एसटीएफ ने एक मुठभेड़ में असद और शूटर गुलाम मोहम्मद को झांसी में मार गिराया था.

अतीक और अशरफ ने की लगातार बचाने की कोशिश –

उमेश पाल के मर्डर के बाद से अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ ,असद और शूटर गुलाम को बचाने के लिए पूरी कोशिश में जुटे थे.  अतीक साबरमती जेल में बंद था तो वही उसका भाई अशरफ बरेली जेल में कैद था .लेकिन दोनों असद और गुलाम को बचाने में लगे थे।

बरेली जेल से ही मिलते थे निर्देश –

अशरफ बरेली जेल से ही फेसटाइम ऐप के जरिए शूटरों से संपर्क में था और उन्हें कहां जाना है, किसके यहां रुकना है…इसका निर्देश दे रहा था.यूपी एसटीएफ को सबूत मिले हैं  कि अशरफ बरेली जेल से हत्या के बाद से सारे शूटर को फेसटाइम और व्हाट्सऐप के जरिए भागने का तरीका और जगह बता रहा था।

एसटीएफ को देता रहा चकमा –

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक असद अहमद प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या को अंजाम देकर मोटरसाइकल से कानपुर गया और वहा से बस के द्वारा नोएडा चुकी वो नोएडा गया जहां वो  रहकर पढ़ाई किया था तो उसको पता था , वही कुछ दिन रुका लेकिन उसकी खोज में लगी एसटीएफ वहा पहुंच गई और असद को खबर लग गई और वो वहा से भी फरार हो गया.इसके बाद वो दिल्ली गया जहां अशरफ के निर्देश पर एक नेता ने दिल्ली के संगम विहार में उसके रहने का इंतजाम कराया.  असद और गुलाम वहा 14 मार्च तक रुक के अजमेर चले गए। बरेली जेल से ही अचानक अशरफ ने दोनों को फेसटाइम ऐप से नासिक जाने को कहा। नासिक से असद और गुलाम ने पुणे चले गए जहा डॉन अबू सलेम के करीबियों ने दोनों के रहने का इंतज़ाम करवाया।

मुठभेड़ में मारे गए अपराधी –

असद और गुलाम के महाराष्ट्र में छुपे होने की खबर पुलिस को हुई जिसके बाद महाराष्ट्र पुलिस खोजबीन में जुट गई। इसके बाद दोनों फिर दिल्ली वापस आये और उसके बाद वहा से असद और गुलाम झांसी में पारीछा बांध पर बने पावर प्लांट के पास गुड्डू मुस्लिम के करीबी के यहां रुके. वहां उनकी प्लानिंग थी कि अतीक के काफिले में शामिल हो ,पुलिस को इसका इनपुट मिला, जिसके बाद एसटीएफ एक्टिव हुई.यूपी एसटीएफ ने एक मुठभेड़ में असद और अतीक गैंग के शूटर गुलाम मोहम्मद को मार गिराया था.

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