नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व जोनल निदेशक अमीर वानखेड़े ने अक्टूबर 2021 में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के खिलाफ कार्यवाही में निजी व्यक्ति और स्वतंत्र गवाह, केपी गोसावी को “फ्री हैंड” की अनुमति दी थी। पिछले सप्ताह दर्ज की गई केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के अनुसार गोसावी एक एनसीबी अधिकारी थे।
एफआईआर पिछले सप्ताह दर्ज की गई और जिसमें समीर वानखेड़े, एनसीबी के पूर्व एसपी विश्व विजय सिंह, एनसीबी के खुफिया अधिकारी आशीष रंजन और दो निजी व्यक्तियों – गोसावी और उनके सहयोगी सनविल डिसूजा को आरोपी के रूप में नामित किया गया, सोमवार को सार्वजनिक किया गया।
आर्यन खान ड्रग्स केस में कई नए खुलासे हुए हैं । सीबीआई के एफआईआर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगे हैं। एफआईआर के मुताबिक मामले का मुख्य गवाह के.बी. गुसावी समीर वानखेड़े की ओर से फिल्म स्टार शाहरूख खान से 25 करोड़ रुपये वसूलने के फिराक में था। मामले की जांच कर रही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की विजिलेंस टीम की रिपोर्ट के आधार पर ही सीबीआई ने समीर वानखेड़े समेत तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है |
भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी, समीर वानखेड़े, जिन्हें NCB से स्थानांतरित कर दिया गया है, ने 2 अक्टूबर, 2021 की रात को सिंह, गोसावी और एक अन्य गवाह प्रभाकर सेल सहित अधिकारियों की एक टीम का नेतृत्व किया, जो अंतर्राष्ट्रीय में कॉर्डेलिया जहाज पर छापा मारने के लिए मुंबई तट पर ग्रीन गेट क्रूज टर्मिनल गई थी।
जांच में ये भी पता चला की संदिग्धों को स्वतंत्र गवाह के. पी. गोसावी के वाहन में लाया गया. गोसावी को एनसीबी अधिकारी की तरह दिखाया गया था. गोसावी और उसकी सहयोगी सांविल डिसूजा ने आर्यन खान के परिवार से 25 करोड़ रुपए वसूलने की साजिश रची, उसे मामले में फंसाने की धमकी दी और आखिरकार 18 करोड़ में डील फाइनल हो गई. सीबीआई की एफआईआर में गोसावी और डिसूजा का नाम भी शामिल है.