बागेश्वर धाम – धीरेन्द्र शास्त्री क्यों करा रहे है महायज्ञ ?

मध्यप्रदेश में छतरपुर के बागेश्वर धाम में आजकल बहुत उत्साह का माहौल है ,वहां धार्मिक महाकुंभ चल रहा है , बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री हिन्दू राष्ट्र के संकल्प के साथ वह सात दिनों का यज्ञ आयोजन किया जायेगा । यज्ञ को लेकर बागेश्वेर धाम में श्रद्धालु गण वहां अधिक से अधिक मात्रा में पधार रहे है।

आजकल बागेश्वेर धाम में धार्मिक महाकुम्भ चल रहा है। हिन्दू राष्ट्र का संकल्प तो मन में है ही साथ ही लोगों में धीरेन्द्र शास्त्री की दर्शन की कामना भी है ,और अपनी परेशानियों को दूर होने की ख्वाइसे भी है। पिछले कुछ दिनों से बागेष्वर धाम में आने वाले श्रद्धालुओ का अकड़ा तेजी से बढ़ा है।

आजकल बागेश्वर धाम में लोग कोने कोने से पहुंच रहे है ,वह इतनी भीड़ बढ़ गई है की जिसको जहा जगह मिल रही है वही सो रहा ,ना तो उन्हें सर्दी लग रही है नहीं भूख इन सारी चीजों पर आस्था भारी पड़ रही है, और सैकड़ों साधु संत और लाखों भक्त बागेश्वर धाम पहुंचे है।

चारों वेदों के सामने प्रतिज्ञा लेकर ,हिन्दू राष्ट्र के लिए यज्ञ शुरू –

बागेस्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री यूँ तो किसी परिचय के मोहताज नहीं है ,किसी न किसी रूप में उनको हर आदमी पहचानता है। किसी को उनके ऊपर अटूट विश्वास है तो तो कोई उनको ढोंगी भी कहता है ,कोई उन्हें चमत्कारी कहता है तो कोई उनको अन्धविश्वास फ़ैलाने वाला कहता है।

लेकिन धीरेन्द्र शास्त्री का तो एक ही सपना है भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना ,और इसके लिए उन्होंने महायज्ञ का आयोजन चारों वेदों के सामने प्रतिज्ञा लेकर शुरू भी कर दिया है , बागेश्वर धाम में हिन्दू राष्ट्र के संकल्प के साथ ही सात दिन का महायज्ञ का आयोजन शुरू हो गया है.

महायज्ञ के आयोजन को लेकर छतरपुर के गढ़ा गांव में आजकल हजारों की संख्या में संतो का मेला लगा हुआ है।
यह महायज्ञ 13 फरवरी को शुरू हुआ और 19 फरवरी तक चलने वाला है इसमें हिन्दू राष्ट्र बनाने की कामना की जाएगी।

क्या महायज्ञ से बनेगा भारत हिंदू राष्ट्र –

मध्यप्रदेश के छतरपुर में सात दिवसीय महायज्ञ का आयोजन किया गया है ,जिसमे देश के अलग अलग हिस्से से संत श्रद्धालुओ का समागम हुआ हैं। बागेश्वर धाम में हिन्दू राष्ट्र के लिए यज्ञ और मंत्रोचार शुरू हो चुका है।

बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेन्द्र शास्त्री का कहना है की ”12 फरवरी से 19 फरवरी तक चलने वाले इस यज्ञ में ईश्वर से कामना हिंदू राष्ट्र की किया जायेगा , तो भारत हिंदू राष्ट्र जरूर बनेगा। उन्होंने कहा की हम ऋषि परम्परा का अनुसरण करने वाले है जिनको ये भरोसा है की अपने इष्ट से कुछ मानगो तो वो मिल जाता है ,कुछ भी मांगते है तो परमात्मा दिल खोल कर देते है ,तो जब करोड़ो हिन्दू इस 13 फरवरी से 19 तक होने वाले यज्ञ में ईश्वर से प्रार्थना हिंदू राष्ट्र की करेगा तो भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा। ”

बागेश्वर महाराज ने कहा की जो लोग उन्हें ढोंगी कहते है वो एक बार धाम पर आकर देखे और मुकाबला करके दिखाए , सनातन धर्म का झंडा बुलंद होकर रहेगा।

बगेश्वेर धाम में बड़े नेताओं ने भी लगाई हाजिरी –

छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम सरकार के दरबार में 13 फरवरी को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपनी हाजरी लगा चुके है ,नेता ये मानकर चल रहे है की हिंदू दिलों पर राज करने वाले धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कृपा जिसपर हो गई उसकी नैया पार हो जाएगी। 18 फरवरी को बागेश्वर धाम में सामूहिक कन्या विवाह में मध्यप्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पधारने वाले है।

पहले भी बागेश्वर धाम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी के कई नेता धीरेन्द्र शास्त्री के चमत्कारी दरबार में आ चुके है। माना जा रहा है की बागेश्वेर धाम राजनेताओं का पॉवर सेन्टर बन गया है धीरेन्द्र शास्त्री से उन नेताओं से हुई मुलकात से सियासी गलियरे भी गर्माती जा रही है।

बागेश्वर धाम - धीरेन्द्र शास्त्री

महाशिवरात्रि के दिन होगा सामूहिक कन्या विवाह –

बागेश्वर धाम में चौथी बार कन्याओं के सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है। इस साल शिवरात्रि (18 फरवरी )को 125 कन्याओं का विवाह होना है। विवाह कार्यकर्म मण्डल के संयोजक सुंदर रायकवार ने बताया की पहले 121 कन्याओं का विवाह होना था फिर चार और कन्याओं का चयन किया गया है जिससे अब 125 कन्याओं का विवाह होना है। यह कन्या ऐसी होती है जिनके माँ-बाप निर्धन होते है या फिर अनाथ होती है। इस समय धाम में आयोजन को लेकर तैयारियां जोरशोर से चल रही है।

उन कन्याओं को धीरेन्द्र शास्त्री अपनी बेटी ,बहन मानकर उनको उनके घर विदा करते है ,उन कन्याओं को वो सब कुछ देते है जो पिता अपने बेटी को देने की कोशिश करता है , पैसा और गाड़ी को छोड़कर वो सारी चीजे देते है जो एक गृहस्त जीवन प्रारम्भ करने के लिए पिता अपने बेटी को देता है। इस बार कन्याओं को उपहार में देने के लिए बागेश्वर धाम में चालीस तरह की चीजें लाई गई है।

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