उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय चुनाव अधिसूचना जारी हो गई है। देश के सबसे बड़े सूबे यूपी में साल 2017 में हुए चुनाव में 3. 35 करोड़ जनता ने मतदान किया था तो वही उन मतदाताओं की संख्या 4. 32 करोड़ पहुंच गई है।
ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग-
रविवार (9 अप्रैल ) को स्थानीय निकाय चुनाव अधिसूचना जारी होने के बाद सपा ने ईवीएम के जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग रखी , तो वही सोमवार ( 10 अप्रैल ) को बसपा प्रमुख मायावती ने लखनऊ में निकाय चुनाव को लेकर प्रेसकॉन्फ्रेंस किया और कहा ,””बीएसपी चुनाव का स्वागत करती है. लेकिन बीजेपी ईवीएम से चुनाव नहीं कराकर बैलेट पेपर से चुनाव कराए, हम सरकार से पुरजोर अपील करते है। इस चुनाव में बीजेपी पुरे तैयारी के साथ लड़ेगी ,बसपा हमेशा दलितों ,पिछडो और अल्पसंख्यकों के हितों का ख्याल रखती है।चुनाव में एससी एसटी और ओबीसी आरक्षण की व्यवस्था से बीएसपी सहमत नहीं है. इस बार काफी नियमों को ताख पर रखा गया है. बीजेपी राजनीतिक स्वार्थ साधने में जुटी है. विरोधी पार्टियों में बीजेपी के लोग सपा राज की तरह चुनाव में हथकंडे आजमाने में लगी हैं.”
अतीक के परिवार को देंगी टिकट ?
निकाय चुनाव के घोषणा के बाद चुनाव में कयास लगाए जा रहे थे की अतीक अहमद के फैमिली को कौन सी पार्टी टिकट देगी ? अब बसपा चीफ मयाववती ने ये साफ कर दिया है की अतीक अहमद के परिवार के सदस्य को टिकट देंगी या नहीं। मायावती ने कहा ,”बीएसपी अतीक की पत्नी या उनके परिवार के किसी सदस्य की टिकट नहीं देगी.” अब टिकट देने के अटकलों पर मायावती ने प्रेसकॉन्फ्रेंस कर विराम लगा दिया है।