साल 2020 में गलवान घाटी हिंसा के बाद पहली बार रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए चीनी स्टेट काउंसलर और रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू भारत आएंगे।
भारत दौरे आएंगे चीन के रक्षामंत्री –
चीन और भारत के रिश्ते कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रहे है ,साल 2020 में हुई पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में हुई हिंसा ने टी चीन और भारत के रिश्ते को और भी ख़राब कर दिया। लेकिन चीन ने मंगलवार (25 अप्रैल) को कहा कि रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू 27 अप्रैल से संघाई कोऑपरेशन ऑर्गनइजेशन (SCO) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए इस सप्ताह भारत का दौरा करेंगे. दौरे के दौरान चीनी रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बातचीत होने की उम्मीद है.
संघाई कोऑपरेशन ऑर्गनइजेशन सम्मेलन का आयोजन –
संघाई कोऑपरेशन ऑर्गनइजेशन (SCO) सम्मेलन 27 और 28 अप्रैल को गोवा की राजधानी पणजी में होगा। सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय हालात के साथ-साथ रक्षा और सुरक्षा सहयोग के मुद्दों पर संवाद करने और विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए संबंधित देशों के प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों से मिलेंगे. चीनी रक्षा मंत्रालय ने 23 अप्रैल को चुशूल-मोल्दो सीमा स्थल पर आयोजित चीन-भारत कोर कमांडर स्तरीय बैठक के 18वें दौर के बारे में सकारात्मक बात की.चीन के अलावा रूस के रक्षा मंत्री ने सर्गेई शोइगू ने भी संघाई कोऑपरेशन ऑर्गनइजेशन सम्मेलन में भाग लेने के लिए हामी भर दी है।
गलवान घाटी झड़प में भारत ने अपने जवान –
गलवान घाटी में जून 2020 को हुए हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। लगातार सैन्य और कूटनीतिक वार्ता के परिणामस्वरूप, दोनों पक्षों ने पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण किनारे तथा गोगरा क्षेत्र में सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया पूरी कर ली है. दिसम्बर , 2022 में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के यांग्त्से में चीनी और भारतीय सैनिको के बीच झड़प हुई थी।