राहुल गांधी जबसे विदेश दौरे से लौटे है , उनकी परेशानी ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रही है ,पहले उनको मानहानि केस में सूरत कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई फिर संसद की सदस्यता रद्द हो गई और अब उनको उनका सरकारी बंगला खाली करने के लिए नोटिस मिला है। इसपर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार आरोप लगाया की सरकार की मंशा राहुल गांधी को अपमानित करना है। आपको बता दे कि राहुल गांधी संसद की सदस्यता रद्द हो जाने के बाद लोकसभा समिति ने राहुल गांधी को एक महीने के अंदर बंगला खाली करने का नोटिस भेजा है। नोटिस मिलने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अगर राहुल चाहे तो मेरे बंगले में आ जाये मैं उनके लिए बंगला खाली कर दूंगा।
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा राहुल को कमजोर करने की कोशिश –
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ने कहा कि ,सरकार जैसा व्यवहार राहुल के साथ कर रही है वो बेहद निंदनीय है ,डराने ,धमकाने और अपमानित करने का सरकार का यह तरीका बिल्कुल गलत है , राहुल गांधी को कमजोर करने की हर कोशिश की जा रही है। अगर वो अपना बंगला खाली करेंगे तो वह अपनी माँ के साथ रहेंगे या फिर मैं उनके लिए अपना बंगला खाली कर दूंगा। हम तीन – चार महीने बिना बंगले का रहते है ,मुझे मेरा बंगला 6 महीने बाद मिला , ये सरकार सिर्फ राहुल को नीचा दिखाने के लिए कर रही है , मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा की मैं सरकार के ऐसे रवैये की निंदा करता हूं ।
संसद में आयोग्य ठहराए जाने पर बंगला खाली करना –
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया की अगर किसी सांसद की सदस्यता रद्द हो जाती है तो वो संसद में अयोग्य घोषित हो जाता है ,फिर उस सदस्य को एक महीने के अंदर सरकारी बंगला खाली करना पड़ता है ,अन्यथा वो व्यक्ति चाहे तो अवधि बढ़ाने के लिए आवास संबंधी समिति से आग्रह कर सकता है। राहुल गांधी को भी इसी के तहत निचले सदन के सचिवालय ने 12 तुगलक लेन स्थित सरकारी बंगला खाली करने का पत्र भेजा है ,लेकिन राहुल गांधी चाहे तो अवधि बढ़ाने के लिए आवास समिति से आग्रह कर सकते है।