मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में से एक खुशखबरी सामने आई है ,नामीबिया से आये चीतों की संख्या बढ़ गई है , कूनो नेशनल पार्क में एक मादा चीते ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया ,कहा जा रहा है की इससे पहले वन्यजीव संरक्षण में ऐसी घटना अभी नहीं हुई ये इतिहास की पहली महत्वपूर्ण घटना है।
पर्यावरण मंत्री ने ट्वीट कर के दी जानकारी –
पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट करके कहा ,अमृतकाल के दौरान हमारे वन्यजीव संरक्षण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना ,मुझे यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में पिछले साल 17 सितम्बर 2022 को भारत लाये गए चीतों में से एक मादा चीते ने चार बच्चों को जन्म दिया है। ‘
Congratulations 🇮🇳
A momentous event in our wildlife conservation history during Amrit Kaal!
I am delighted to share that four cubs have been born to one of the cheetahs translocated to India on 17th September 2022, under the visionary leadership of PM Shri @narendramodi ji. pic.twitter.com/a1YXqi7kTt
— Bhupender Yadav (@byadavbjp) March 29, 2023
ट्वीट करके प्रधानमंत्री ने जाहिर की ख़ुशी –
Wonderful news. https://t.co/oPvVBNlhqC
— Narendra Modi (@narendramodi) March 29, 2023
प्रधानमंत्री ने अपने जन्मदिन पर दिया था तोहफा –
मध्य प्रदेश के श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री के जन्मदिन के मौके पर निमिबिया से 8 चीते लाये गए थे ,जिसमें 3 नर और 5 मादा चीते लाये गए थे। भारत में इस प्रजाति के चीते 1952 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था ,लेकिन दूसरे महाद्वीप से चीतों को भारत लाना सरकार के महत्वकांक्षी कार्यो का हिस्सा था।
किडनी की बीमारी से दम तोड़ दी थी मादा चीता –
निमिबिया से लाये गए 8 चीतों का लाया गया था ,जिसमे से एक साशा नाम के मादा चीते की 27 मार्च को मौत हो गई थी। 5 साल की साशा किडनी की बीमारी से पीड़ित थी , भारत लाये जाने से पहले ही इसको ये बीमारी थी ,लेकिन ये बात छुपाई गई थी। भारत आने पर 22 जनवरी को पता चला की साशा किडनी की बीमारी से पीड़ित है। साशा खाना नहीं खा रही थी सुस्त रह रही थी ,इसके बाद डॉक्टरों ने जांच किया तो पता चला की साशा चीता को किडनी का इन्फेक्शन है।