केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हनुमान जयंती के मौके पर बोटाद पहुंचेंगे। वहां अमित शाह 54 फीट ऊंचे हनुमान के दर्शन और उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा आज अमित शाह मंदिर में नए भोजनालय का उद्घाटन करेंगे, जो 7 एकड़ में बनाया गया है। साथ ही आज ही बीजेपी अपना 44वां स्थापना दिवस भी मना रही है।
जहां पूरे देशभर में आज हनुमान जंयती का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है।इस खास मौके पर गृह मंत्री अमित शाह गुजरात के सालंगपुर 54 फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा और हनुमान मंदिर में बनाए गए विशालकाय गार्डन और भोजनालय का अवलोकन करेंगे। बता दें कि अमित शाह इससे पहले भी सालंगपुर जाते रहे हैं, लेकिन इस बार उनके दौरा काफी अहम है। अमित शाह हनुमान जयंती पर पहुंचेंगे और संकटमोचक के दर्शन करेंगे।
क्या खास है इस मूर्ति में
सालंगपुर हनुमानजी मंदिर में लगी मूर्ति कई मायने में खास है। इसे 11 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इसके अलावा इस मूर्ति को भूकंप जैसी स्थिति में भी कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। श्री कष्टभंजन देव सालंगपुर में इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और संतों की भी उपस्थिति रहेगी। हनुमान की इस विशालकाय मूर्ति को किंग ऑफ सारंगपुर नाम दिया गया है।
क्या है मान्यता है इस मंदिर की
इस मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि यहां आने से लोगों को शनिदेव के प्रकोप से मुक्ति मिलती है। कहा ये भी जाता है कि बहुत पहले ऐसा समय था जब लोग शनिदेव का प्रकोप झेल रहे थे तब भक्तों ने हनुमान जी की आराधना की थी। जिसके बाद बजरंगबली ने लोगों को शनिदेव से मुक्त कराया था।मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि लोगों पर हो रहे शनिदेव के प्रकोप की वजह से हनुमान जी को गुस्सा आ गया था जिसके बाद वह शनिदेव से युद्ध के लिए निकले थे, लेकिन जब शनिदेव को इस बात का पता चला तो वह इसका उपाय सोचने लगे।
बजरंगबली से बचने के लिए शनिदेव ने एक स्त्री का रूप धारण कर लिया क्योंकि वह जानते थे कि हनुमान जी ब्रह्मचारी हैं तो वह स्त्री पर कभी हाथ नहीं उठाएंगे। पर हनुमानजी ने शनिदेव को पहचान लिया। जिसके बाद शनिदेव हनुमान जी के चरणों में गिरकर माफी मांगने लगे तब बजरंगबली ने उन्हें अपने पैरों के नीचे रख लिया। तभी से कष्टभंजन हनुमान मंदिर में शनि देव स्त्री के रूप में बजरंगबली के पेटों के नीचे विराजमान हैं और इसी रूप में उनकी पूजा की जाती है।
गुजरात का सबसे बड़ा भोजनालय
7 बीघा जमीन में फैला यह गुजरात का सबसे बड़ा भोजनालय है। पूरा परिसर 255 कॉलम पर खड़ा किया गया है। करीब 4,550 स्कॉवयर फीट में बने हाईटेक किचन में एक साथ 20 हजार लोगों के लिए खाना बनेगा। खाने में रोजाना दाल-चावल, रोटी-सब्जी, खिचड़ी और सुखड़ी मिठाई बनेगी। साथ ही भोजनालय में दो फ्लोर पर कुल 7 डाइनिंग हॉल है। दोनों हॉल में 328-328 यानी कुल मिलाकर 656 डाइनिंग टेबल लगाई गई हैं। इसमें एक साथ 4 हजार से ज्यादा लोग डाइनिंग टेबल पर बैठकर खा सकते हैं।
इसके अलावा पहले फ्लोर पर भोजनालय में 3 व दूसरी मंजिल पर 2 VIP डाइनिंग हॉल भी बनाए गए हैं। भोजनालय में कुल 79 रूम बनाए गए हैं। परिसर में 5 लिफ्ट भी लगी हैं। इसके अलावा भोजनालय के मुख्य एंट्रेंस पर 75 फीट चौड़ाई की कुल 28 सीढ़ियां और एक ऐलिवेटर भी बनाया गया है।