भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (ISRO ) और अमेरिकी स्पेस एजेंसी (NASA ) दोनों ने साथ मिलकर एक खास सैटेलाइट बनाया है , जिसे कैलिफोर्निया के एक लैब में इंटीग्रेट किया गया है ,इस सैटेलाइट को नाम दिया गया है NISAR सैटेलाइट , NISAR सैटेलाइट को बनाने में 10 करोड़ रूपये की लागत लगी है।भारत में इसको अमेरिका वायु सेना के परिवहन विमान C – 17 से निसार सैटेलाइट को बंगलुरु लाया गया है। इसरो इसमें कुछ बदलाव के बाद 2024 में लांच करेगा।
NISAR सैटेलाइट की खास बातें –
यह सैटेलाइट दुनिया का पहला ऐसा सैटेलाइट है ,जो अंतरिक्ष से पृथ्वी की सतह को सबसे करीब से स्कैन कर सकता है और पृथ्वी के सतह में होने वाले छोटे से छोटे बदलाव में भी पता लगा सकता है पांच बातों को ध्यान में रख कर इसका निर्माण किया गया है –
1. पृथ्वी की सतह में होने वाले परिवर्तन की हमें जानकारी देगा जिससे जलवायु परिवर्तन को समझना आसान हो जायेगा।
2. प्रकृतिक आपदाओं के आने से पहले ही अगाह कर देगा भूकंप और सुनामी जैसे प्राकृतिक आपदाओं से ये पहले ही अलर्ट करेगा।
3. इस सैटेलाइट से जो जानकारी मिलेगी उसकी मदद से फसलों की पैदावार बढाई जाएगी और मिट्टी में नमी का अध्ययन भी किया जा सकेगा। इससे किसानों की आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी और फसलों में होने वाले नुकशान को काम किया जा सकेगा।
4. इस सैटेलाइट इंफ्रास्ट्रक्टर मॉनिटरिंग में सहायता मिलेगी जिससे जंगलो की कटाई का पता लगाया जा सकेगा और जंगलों की कटाई की निगरानी मुमकिन होगी। इस सैटेलाइट से धरती पर पेड़ पौधे की घटती – बढ़ती संख्या पर भी रखेगा।
5. इस सैटेलाइट से ये भी पता चलेगा कि पृथ्वी पर मौजूद ग्लेशियर कितनी तेजी से पिघल रहे है ,समुद्र के जल स्तर में कैसे वृद्धि हो रही है और कॉर्बन स्टॉरेज की दुनिया में क्या स्थिति है। निसार स्पेस में धरती के चारों तरफ जमा हो रहे कचरे और धरती की ओर अंतरिक्ष से आने वाले खतरों की सूचना भी देता रहेगा।