नीतीश नाम का माला जप कर चेला बने फिर रहे तेजस्वी ?

बिहार में जब से आरजेडी और जेडीयू के महागठबंधन की सरकार बनी है तभी से ये सवाल बना हुआ है की कब नितीश कुमार सीएम पद छोड़ेंगे और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद पर विराजमान होंगे। नीतीश कुमार और लालू यादव के बीच जो कथित डील हुआ है ,वह डील कब पूरी होगी।

महागठबंधन से बिहार में बनी थी सरकार –

अगस्त 2022 बिहार में सात पार्टियों की महागठबन्धन की सरकार बनी थी, जिसमे आरजेडी और जेडीयू बड़ी पार्टिया है। कहा जा रहा है कि नितीश कुमार और लालू यादव के बीच एक डील हुई थी , नितीश कुमार सीएम का ताज तेजस्वी यादव को दे देंगे ,लेकिन तेजस्वी यादव ने विधानसभा में ऐलान किया कि वो सीएम बनाने की रेस में नहीं है। आरजेडी के 79 विधायक और जेडीयू के 45 विधायक है। 40% काम सीट होने के बावजूद जेडीयू नेता नितीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री बने।

नितीश के सामने क्यों नतमस्तक है तेजस्वी ?

बिहार की इस समय की सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव नीतीश कुमार के चेला बने नजर आ रहे है ,वो नीतीश के गुणगान करते नहीं थक रहे उन्होंने तो ये तक कह दिया कि ,’मामनीय नितीश कुमार के सामने खुद को साबित करना है ,’माननीय नितीश कुमार के उम्मीदों पर खरा उतरना है। ‘आरजेडी बहुत लम्बे समय के बाद सता में आई है और आरजेडी कभी नहीं चाहेगी की एकबार फिर सत्ता से भागीदारी ख़त्म हो।

कभी भी पलटी मार सकते है नितीश –

नितीश कुमार कभी भी पलटी मार सकते है ये बात तेजस्वी यादव को अच्छी तरह से पता है लेकिन तेजस्वी यादव ये मौका अपने तरफ से नहीं देना चाहते है। नितीश कुमार अमित शाह से मुलाकात हो या राजनाथ सिंह से फ़ोन पर वार्तालाप हो पब्लिक डोमेन में रखकर बार – बार ये दिखाने की कोशिश करते है कि अभी भी बीजेपी से उनके संबंध अच्छे है।

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