दौसा के लालसोट में एक शादी चर्चा का विषय बना हुआ है , जहां आजकल लोग महंगी गाड़ियों से शादी करने के लिए बरात लेकर जाते है वही , यहां दूल्हा ऊंट ,घोड़ा और बैलगाड़ियों से बरात लेकर पंहुचा ,बैलगाड़ियों से पहुंचे बरातियों को देखने के लिए लोगों की भीड़ इक्क्ठा हो गई।
प्रहलाद मीणा जो की पेशे से एक बिजनेसमैन है वो रामगढ़ पचवारा क्षेत्र के अमराबाद के निवासी है। जहां आजकल दूल्हा लग्जरी गाड़ियों और हेलीकॉप्टर से पहुँचता है वही ये अपने बेटे विनोद की बारात बैलगाड़ियों ,ऊंट व घोड़े से लेकर होने वाली दुल्हन के घर गए , दुल्हन के घर वाले भी ये उम्मीद नहीं किये होंगे शानदार गाड़ियों के जगह दूल्हा बैलगाड़ियों से बारात लेकर आएगा। ,लेकिन जब बारात बैलगाड़ी से पहुंची तो सभी देखते रह गए।
कैसी थी बैलगाड़ी वाली बारात ?
पारंपरिक अंदाज में आर्केस्ट्रा की चमक धकम से दूर ,ऊंट और बैलगाड़ियों से बाराती पहुंचे। 8 ऊंटगाड़िया ,7 बैलगाड़िया ,10 घोड़े और 10 ऊंट को बाराती के लिए बड़े खूबसूरत तरीके से सजाया गया था। बारात को अमराबाद से रायमलपुरा पहुंचना था , दूल्हा बैलगाड़ी पर सवार डीजे पर बाराती झूमते , गाते , बजाते नाचते ,उत्साहित बाराती को पहुंचने में तीन घंटे लग गए।
दूल्हे के पिता ने बताया इसको परम्परा –
दूल्हे के पिता प्रहलाद मीणा ने बताया की ये उनके घर की पुरानी परम्परा है , वो एक किसान के घर से ताल्लुक रखते है जिससे उनके परिवार में पशुओं का बहुत महत्व है. आजकल के जमाने में महंगी गाड़ियों से बारात ले जाने का चलन है पहले बैलगाड़ियों से ही बारात आती – जाती थी। इसलिए ये छोटा सा पहल है आजकल के युवाओं में वापस अपनी परम्परा को लाने की। बताया जा रहा है कि इस शादी के लिए विनोद के परिवार वालों ने एक पैसे का दहेज़ नहीं लिया है। एक नारियल और एक रुपया लेकर सारा खर्च खुद उठा रहे है।