भारत ने हिंसाग्रस्त सूडान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए सोमवार (24 अप्रैल ) को ऑपरेशन कावेरी शुरू किया था. जिसके तहत सूडान में फंसे भारतीयों का पहला जत्था सऊदी अरब के जेद्दा के लिए भारतीय नौसेना के जहाज में रवाना हो गया. सरकार के इस कदम से लोग बहुत खुश नजर आये। इस दौरान लोगों ने सूडान से निकालने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया और हाथ में तिरंगा थामे नजर आए.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने किया ट्वीट –
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर लिखा ,”सूडान में फंसे हुए भारतीयों का पहला जत्था ऑपरेशन कावेरी के तहत रवाना हुआ. आईएनएस सुमेधा 278 लोगों के साथ पोर्ट सूडान से जेद्दा जा रहा है.” जेद्दा पहुंचने के बाद भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा.
First batch of stranded Indians leave Sudan under #OperationKaveri.
INS Sumedha with 278 people onboard departs Port Sudan for Jeddah. pic.twitter.com/4hPrPPsi1I
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) April 25, 2023
सूडान में जारी है हिंसा-
सत्ता हासिल करने के लिए सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक समूह के बीच भीषण हिंसा जारी है। जिसमे अभी तक 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. सूडान में लगभग 3,000 भारतीय हैं. सूडान की राजधानी खार्तूम में कई स्थानों से भीषण लड़ाई की खबरों से सूडान में सुरक्षा स्थिति अस्थिर बनी हुई है.पिछले 10 दिनों से भीषण लड़ाई हो रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सुरक्षित निकालने के लिए दिए निर्देश –
प्रधानमंत्री मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक में सूडान से भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की योजनाओं की तैयारी के लिए निर्देश दिए थे.हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की योजना के तहत भारत ने जेद्दा में दो सी-130जे सैन्य परिवहन विमान और पोर्ट सूडान में आईएनएस सुमेधा को तैनात किया है. भारत के विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद ने भी सूडान की स्थिति पर हाल ही में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मंत्रियों के साथ चर्चा की थी. भारत अमेरिका, मिस्र, संयुक्त राष्ट्र सहित कई देशों के सम्पर्क में है.